📉 शेयर बाजार की गिरावट: विजय केडिया बोले – अब बस समझदार ही कमाएंगे!
दोस्तों, अगर आप भी शेयर बाजार में दिलचस्पी रखते हैं या फिर पैसे लगाने का सोच रहे हैं, तो ये वक्त थोड़ा संभलकर चलने का है। इन दिनों मार्केट कुछ ज़्यादा ही डगमगाया हुआ लग रहा है, और इसकी वजहें भी छोटी-मोटी नहीं हैं।
मंदी की मार क्यों पड़ी? 🤔
अब सोचिए, जब दुनिया भर में हलचल मची हो, तो उसका असर भारत पर भी पड़ना लाज़मी है। अमेरिका में ट्रम्प की ट्रेड पॉलिसी से लेकर रूस-यूक्रेन युद्ध तक, हर चीज़ ने बाजार को हिला कर रख दिया है। ऊपर से अमेरिका का बढ़ता कर्ज और वहां आने वाली मंदी की आहट भी डराने लगी है।
मतलब साफ है – ग्लोबल इकोनॉमी खांसी करे तो भारत को छींक आ ही जाती है!
🔮 विजय केडिया का बड़ा दावा: “निफ्टी अगले 2-3 साल तक 26,000 नहीं छुएगा”
अब अगर आप सोच रहे हैं कि अगले महीने पैसा डबल हो जाएगा, तो ज़रा रुकिए। मशहूर निवेशक विजय केडिया ने हाल ही में कहा कि निफ्टी आने वाले 2-3 सालों तक 26,000 का आंकड़ा नहीं पार करेगा।
अब जब केडिया जैसे अनुभवी इंसान ऐसा कहें, तो बात हल्के में नहीं ली जा सकती। ये सीधा-सीधा इशारा है कि बाजार में अब फटाफट मुनाफा निकालना इतना आसान नहीं रहेगा।
💡 निवेशकों के लिए केडिया की Practical सलाह:
अब सवाल उठता है – करें क्या? डर के मारे कुछ करें ही नहीं, या फिर समझदारी से गेम खेलें?
केडिया की सलाहें काफी सटीक हैं:
✅ स्किल वाले ही टिक पाएंगे: ये समय सिर्फ उन्हीं के लिए है जिन्हें मार्केट की समझ है। यानी ‘शॉर्टकट’ वाले नहीं, ‘स्मार्टकट’ वाले लोग ही इस दौर में पैसा कमा पाएंगे।
✅ लार्ज कैप में भरोसा रखें: अगर आप नए हैं या कम रिस्क लेना चाहते हैं, तो छोटी कंपनियों के पीछे मत भागिए। लार्ज कैप कंपनियां भले कम रिटर्न दें, लेकिन स्थिरता ज्यादा देती हैं।
✅ घरेलू सेक्टर में छिपे हैं मौके: केडिया के मुताबिक, टूरिज्म और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे सेक्टर्स में अभी भी ग्रोथ के अच्छे चांस हैं। ये सेक्टर्स इंटरनल डिमांड पर चलते हैं और इंटरनेशनल डिस्टर्बेंस का असर कम होता है।
🧐 Bottom Line: डरिए नहीं, लेकिन आंखें खुली रखिए!
देखो, मार्केट गिरा है – हां, लेकिन ये हमेशा के लिए नहीं है। ऐसे समय में धैर्य सबसे बड़ी ताकत है। अभी के हालात में जल्दबाज़ी या लालच दिखाना आपकी जेब के लिए भारी पड़ सकता है।
लॉन्ग टर्म सोचिए, रिसर्च कीजिए, और फिर ही निवेश का फैसला लीजिए।
आपका क्या कहना है? क्या आप भी मार्केट की इस चाल से परेशान हैं या समझदारी से मौके तलाश रहे हैं? विजय केडिया की बातों से आप कितने सहमत हैं – कमेंट में ज़रूर बताइए!